श्री सूक्तम ऋग्वेद का एक प्राचीन और पवित्र मंत्र है जो देवी लक्ष्मी, धन और समृद्धि की देवी को समर्पित है। यह मंत्र भक्तों को धन, स्वास्थ्य, सौभाग्य और भौतिक समृद्धि प्रदान करने के लिए जाना जाता है।
श्री सूक्तम ऋग्वेद के प्रथम मंडल (अनुवाक 121-141) में पाया जाता है। यह महर्षि विश्वामित्र द्वारा रचा गया माना जाता है, जो एक महान ऋषि और योद्धा थे।
श्री सूक्तम मुख्य रूप से देवी लक्ष्मी को समर्पित है। हालांकि, इसमें अन्य देवी-देवताओं का भी आह्वान किया गया है, जिनमें शामिल हैं:
श्री सूक्तम की शक्ति सदियों से अनुभव की गई है। कई भक्तों ने धन, समृद्धि और अन्य लाभों को प्राप्त करने के लिए मंत्र के प्रभाव की गवाही दी है।
हिंदी में श्री सूक्तम का पाठ इस प्रकार है:
ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ॥
ॐ जय लक्ष्मी च विष्णोः पत्नी सा मे वरदे शुभम् ।
चंद्रवक्त्रे महाभागा महादेवि महेश्वरि ॥
यशस्विनीं यशस्विन्यं कामदा कामरूपिणीं ।
वारां निधि विभूतिं च लक्ष्मी देहि ममाच्युत ॥
ॐ शंखे चक्रगदे हस्ते पद्माक्षी पद्मवासिनि ।
इंदिरा इच्छा पूर्ति च त्रिलोक्य सुरपूजिते ॥
सरस्वति महालक्ष्मी दुर्गे देवि नमोऽस्तु ते ।
महासरस्वति महामाये महाविद्या महेश्वरि ॥
ॐ सागरेषु स्थिता लक्ष्मीः सागरेषु चरा मम ।
सागरेषु निमग्ना च वरदा कामरूपिणी ॥
दीर्घस्तना महाभागा ह्रीं श्रीं ह्रीं सर्वकामदा ।
सर्वाबाधा विनिर्मुक्तो धनधान्य सुतान्वितः ॥
ॐ माता लक्ष्मीर्जननि मे पत्नी लक्ष्मीः सुखैश्वरि ।
सखी लक्ष्मीश्च भगिनी लक्ष्मीर्वृद्धिं करोतु मे ॥
लक्ष्मीर्मे प्राणनाथस्तु लक्ष्मीर्मे पापनाशिनी ।
लक्ष्मीर्मित्रं च बंधुश्च लक्ष्मीमेवाभयं मम ॥
ॐ ऊँ नमो भाग्यलक्ष्म्यै च विद्यालक्ष्म्यै तथैव च ।
महा लक्ष्मी च ऐश्वर्य लक्ष्मी च धन लक्ष्मी तथैव च ॥
कला लक्ष्मी फुँ स्त्री लक्ष्मी च विजय लक्ष्मी नमोऽस्तुते ।
क्रीं ह्रीं श्रीं नमोस्तुते ॥
श्री सूक्तम धन, समृद्धि, सौभाग्य और आध्यात्मिक विकास प्राप्त करने के लिए एक शक्तिशाली मंत्र है। इसका नियमित पाठ भक्तों को अनगिनत लाभ प्रदान कर सकता है, जिनमें शामिल हैं वित्तीय स्थिरता, अच्छा स्वास्थ्य, सफलता और ईश्वरीय अनुग्रह। श्री सूक्तम के शब्दों में आस्था रखें और अपने जीवन में धन और समृद्धि के द्वार खोलें।
2024-08-01 02:38:21 UTC
2024-08-08 02:55:35 UTC
2024-08-07 02:55:36 UTC
2024-08-25 14:01:07 UTC
2024-08-25 14:01:51 UTC
2024-08-15 08:10:25 UTC
2024-08-12 08:10:05 UTC
2024-08-13 08:10:18 UTC
2024-08-01 02:37:48 UTC
2024-08-05 03:39:51 UTC
2024-10-20 01:33:06 UTC
2024-10-20 01:33:05 UTC
2024-10-20 01:33:04 UTC
2024-10-20 01:33:02 UTC
2024-10-20 01:32:58 UTC
2024-10-20 01:32:58 UTC